लकवा, मिर्गी, अंधत्व एवं अध्याय रोगों से ग्रसित मरीज यहां नि यमित आते ठीक होकर घर जाते हैं।
आकोदड़ा मगरा माताजी का मंदिर हैं दिव्य चमत्कारी. माता के दरबार मे आने से असाध्य रोगो से मुक्ति मिलती

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जनसंवाद न्यूज़ मंदसौर
मंदसौर जिले की दलौदा तहसील से मात्र 12 किमी दूर स्थित कालिका माता (मगरा माताजी) मंदिर आकोदड़ा का एक अतिप्राचीन एवं चमत्कारी दिव्य मंदिर है जो हजाररो भक्तों की आस्था और विश्वास का केन्द्र हैं। 24 गांवों के बीच दिव्य मंदिर मगरे (पहाड़ी) पर स्थित व बसा होने के कारण यहां आसपास के दर्शनार्थी अपनी मन्नते मुरादे लेकर आते हैं।अतिप्राचीन मंदिर होने के कारण दूर दराज से लोग यहां दर्शन करने आते है। लकवा, मिर्गी, अंधत्व एवं अध्याय रोगों से ग्रसित मरीज यहां नियमित आते हैं और ठीक होकर घर जाते हैं। चार पहिये पर लाये गये मरीज माताजी के प्रभाव से (चमत्कार से) ठीक होकर घर पैदल जाते हैं। ऐसा चमत्कार यहां अक्सर देखने को मिलता है। इस क्षेत्र पर माताजी की कृपा होने से प्राकृतिक आपदाओं का असर नहीं के बराबर होता हैं। यह क्षेत्र बैमोसम बरसात, औलावृष्टि, शीतलहर जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचा हुआ क्षेत्र माना जाता हैं, मातारानी ने क्षेत्र के किसानों और भक्तों पर हमेशा आशीर्वाद बनाये रखा। नगण्य प्रशासनिक व्यवस्थाओं के बीच इस दिव्य धरा से वर्ष 2018 में ग्यारह लाख ग्यारह हजार ग्यारह सौ ग्यारह दीपक जलाने का आयोजन लाखों लोगों की उपस्थिति में निर्विघ्न सम्पन्न होकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया।